साथ ही झारखंड सरकार कार्मिक प्रशासनिक सुधार एवं राजभाषा विभाग के पत्रांक 7 जाति निर्धारण 019-08 / 04 के 355 अंतर्गत अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र निर्गत...
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इसलिए अगर वेद जन्म आधारित जातिप्रथा को उचित मानते तो वेदों में हमें किसी व्यक्ति की जाति निर्धारण करने का भरोसेमंद तरीका भी मिलना चाहिए था.
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3. लोकलाइजिंग और अनुसूचित जाति निर्धारण मानव अनुसूचित जाति एक छोटी लेकिन अलग संरचना है, ~ व्यास में 9 मिमी, मध्यमस्तिष्क की छत पर स्थित है.
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इसलिए अगर वेद जन्म आधारित जातिप्रथा को उचित मानते तो वेदों में हमें किसी व्यक्ति की जाति निर्धारण करने का भरोसेमंद तरीका भी मिलना चाहिए था.
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समाज में हजार तरह के समाज सुधारक हुए जिन्होंने जन्म से जाति निर्धारण का विरोध किया लेकिन ये विष बेल फलती फूलती रही और आज विशाल वटवृक्ष में बदल चुकी है।
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समाज में हजार तरह के समाज सुधारक हुए जिन्होंने जन्म से जाति निर्धारण का विरोध किया लेकिन ये विष बेल फलती फूलती रही और आज विशाल वटवृक्ष में बदल चुकी है।
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कुछ लोगो का ये मानना है कि वर्ण व्यवस्था द्वारा काम का बँटवारा और जाति निर्धारण ठीक है और इससे काम मे निपुणता और महारत हासिल करना आसान रहता है.
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जाति निर्धारण के तरीके की खोज में आप ये बात तो भूल ही जाओ कि क्या वेदों ने जातिप्रथा को सहारा दिया है या फिर नकारा है? ये सारी बातें दूसरे दर्जे की हैं.
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ठीक उसी तर्ज पर हमारे अति उत्साही नेता जातिवाद का जहर फैला भारतीय लोकतंत्र को खोखला कर तहस-नहस कर रहे हैं भारत में आरक्षण के लिये जाति निर्धारण का पैमाना क्या है किसी को भी नही पता बस हम सब आरक्षण की इस अंधी दौड़ में हर कोई अपने को हर कीमत पर सम्मिलित कराना चाहता है।